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Ch 1 Dekhne aana

सुबह के समय एक छोटे से मिट्टी के घर में एक छोटा शरीर वाली लड़की सुकून से आंखें बंद किए सपनों की लोक में गोते लगाते हुए सुकून से सोई हुई थी,बाहर की सुबह की उजाला, छोटी सी खिड़की से उसके कमरे मे भी छन कर जा रही जिससे उसका सोया हुआ शरीर साफ दिख रहा, 

उसकी कमर पर से कॉटन की पतली हल्की फीके हरे रंग की साड़ी लापरवाही से सोने के कारण हट गयी थी, जिससे उसकी दूध जैसे गोरी पतली कमर को साफ दिख रही,,  उसकी गोल अंदर में घुसी हुई नाभि भी दिख रही, वही नीचे उसके टाकने को भी दिख रहे, साड़ी ऊपर होने से,  जिससे उसके पैरों में पतली पायल के साथ अलता से भरा पर बहुत ही खूबसूरत दिख रहा है किसी खरगोश के पैर जैसे, उसके पतली मगर दूध जैसे मखमली त्वचा को देख कर कोई  कह सकता की कीचड़ मे खिली कमल की तरह है।

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"Heart-touching tales of love, pain, and unbreakable bonds between husband and wife—where every story feels like your own." Highly smut erotic love