
अब आगे.... 👉
पारो दर्द से टूटे हुए शरीर को लेकर जैसे ही अन्दर गई तो उसकी आँखें बड़ी हो गई, " इतना बड़ा कमरा नहाने के लिए भी होता है क्या भगवान जी …मेरे यहाँ तो …घर के बाहर एक नहाने वाला बनाया गया था,लेकिन यह तो घर के अंदर भी है और इतना बड़ा भी है, क्या यह महाराजाओं समय का महल है यह सब तो महल में ही ना होता था, जैसे मै सुनी हूँ, शायद हो सकता है आखिर ये सब तो ठाकुर ही …"

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