
अब आगे 👉
अनु अपने खेल में मगन हो कर बस भागे जा रही थी, इस बात से अनजान उसके ठाकुर साहब उसको सच्ची शिद्दत से और तलब से देखें जा रहे,, उनके अरमान को इससे जगा रहे। भागते हुए अनु अनजाने में अपने ठाकुर साहब के पास आ ने लगती हैं, और उसके पीछे बच्चे भी,, और जैस ही वह अपना सिर घुमकर सामने करती है,,,तो नज़र अपने पति पर पड़ती हैं.....

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