
"भैया आपको इतना देर एक फाइल लेने में लग गया," आदि सीढ़ियों से नीचे उतरते हुए शिव से पूछता हैं और उसकी शर्ट के सिलवटें को देखता, जो शिव के सीने पर अनु की पकड़ की सबूत चमक रही थी। शिव शर्ट बदलना भी जरूरी नहीं समझा, जो हमेशा परेश किए हुए ही कपड़े पहनता था। लेकिन आज पहना,शायद उसे उस पल को भूलाना नहीं था, जिसे वह जी कर आया था।
" हम्मम कुछ काम था वही कर रहा था , पर तुम बीच में आकर बाधा बन गए " शिव आदि को गुस्से से घूरते हुए, बेपरवाही से जवाब देता हैं। उसका मूड खराब हो गया था।

Write a comment ...